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लेखनी कहानी -04-Jan-2025

सुराग लेखिका -अभिलाषा देशपांडे दिनांक-४-१-२५ लेखनी दैनिक प्रतियोगिता हेतू कहानी टॉपिक-काल

एक सोनम नाम की भोली भाली लडकी जिसके माता -पिता बचपन मे ही गुजर गये। वो अपने मामा के घर रहने लगी। उन लोगोने सोनम कि पुरी जिम्मेदार ली थी। वे अकेलापन भी महसूस करती थी। वे बहुत ही प्यारी भी थी ।

दुसरी तरफ था केतन जिसका बचपन बहुत ही खराब वातावरण मे गुजरा था। केतन के माता -पिता हमेशा लड़ते -झगडते थे। फिर केतन की माता ने केतन के पिता को तलाक देकर दुसरी शादी करली। केतन बहुत अकेला हो गया था। कुछ दिनों बाद दुसरे पती से भी केतन की मा से झगडे शुरु हो गये । फिर केतन की माता ने उसके सौतेले पिता को भी तलाक दे दिया था। अब वो फिर से तिसरी शादी करने वाली थी तो केतन की हालत और बिगड़ गई थी। अब वो बर्दाश्त नही कर पा रहा था। ये सहना उसके लिये मुश्किल हो गया था। इसलिये वो अपने दादाजी के घर गया। उनके साथ रहने लगा। पहले से उसकी जिंदगी बेहतर हो गई थी।

इन दोनो की मुलाकात बंगलोर मे हुई। दोनो भी अकेले थे। मातापिता के प्यार को तरसते थे। सोनम बंगलोर मे केतन के साथ एक ही ऑफिस मे थी। दोनो अक्सर मिलते थे। अच्छा समय बिताते थे। ऐसे ही समय बितता गया।

एक दिन केतन ने सोनम को लिव इन मे रहने की इच्छा जताई। सोनम ने मना कर दिया । ये बात केतन को अच्छी नही लगी तो वो कुछ ना बोले कुछ दिन शांत रहता है।

कुछ दिन बाद वो सोनम को साथ मे Hungout करने को बोलता है। केतन की इस बात पर सोनम मान जाती है और एक hotel मे दोनो जाते है ।

सोनम के एक male friend का वहा कॉल आता है इस बात से केतन को ऐतराज था। सोनम और केतन मे इसको लेकर कहा सुनी हो जाती है। गुस्से मे आकर सोनम केतन के सिर पर फ्लॉवर वास मारती है। सोनम का गुस्सा 2 घंटे मे शांत होता है तब‌ उसे समझ आता है कि उसने केतन को मारा है। फिर उसी रुम मे सोनम 2 दिन भुखी प्यासी रहकर गुजराती है। दो दिन बाद वो होटेल को छोड देती है।

पुलिस को होटेल के मँनेजर‌ का कॉल जाता है और पुलिस वहा आती है । दूसरी तरफ केतन के दादाजी को इस बारे मे कुछ पता नही होता है। पुलिस केतन के दादाजी को खबर पहुँचाती है। वो बहुत दुखी हो जाते है । पुलिस को कातील को खोजने की बिनती करते है । पुलिस अब टीम बनाती है । सोनम के पिछे लग जाती है। सोनम एयरपोर्ट पर पकडी गई।

पुलिस ने उसको कस्टडी मे लेकर पूछताछ की तो पता चला कि सोनम के केतन से झगडे हो गये थे। इस कारण सोनम ने केतन को मार डाला। सोनम केतन के जीवन मे काल बन कर आई थी।

तात्पर्य-किसी पर भी भरोसा करना ठिक नही होता है।

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5 Comments

hema mohril

07-Feb-2025 06:59 AM

awesome

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madhura

02-Feb-2025 09:43 AM

beautiful story

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RISHITA

20-Jan-2025 05:30 AM

👌👌

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